• 'औरंगजेब' एक क्रूर मुगल शासक था : अर्चना चिटनिस

    मुगल शासक औरंगजेब को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी की टिप्पणी के बाद इस मुद्दे पर जारी राजनीतिक बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है

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    भोपाल। मुगल शासक औरंगजेब को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी की टिप्पणी के बाद इस मुद्दे पर जारी राजनीतिक बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। मध्य प्रदेश की भाजपा विधायक अर्चना चिटनिस ने मंगलवार को औरंगजेब को क्रूर शासक बताया।

    अर्चना चिटनिस ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से कहा, "मैं इतना कहना चाहती हूं कि मुगल शासक औरंगजेब क्रूर था। जो अपने पिता-भाइयों का न हुआ।" औरंगजेब की कब्र हटाए जाने पर उन्होंने कहा कि हमें देश के लिए बलिदान होने वाले महापुरुषों के इतिहास को पढ़ना चाहिए। हमारी युवा पीढ़ी को मालूम हो कि छत्रपति संभाजी महाराज ने प्राण त्याग दिए, लेकिन मुगलों के आगे झुके नहीं।

    भाजपा विधायक ने कहा कि उन्होंने मंगलवार को छत्रपति संभाजी महाराज के बारे में विधानसभा में चर्चा की। आज ही के दिन भीमा नदी के पास उन्हें 40 दिनों तक बंदी बनाकर रखा गया, प्रताड़ित किया गया, उनकी आंखें फोड़ दी गईं, नाखून निकाले गए और उनके शरीर पर वार किए गए। उनके अवशेषों को नदी में बिखेर दिया गया ताकि उनका अंतिम संस्कार सम्मान के साथ न किया जा सके। वहां के वनवासियों ने उनके अवशेष को एकत्रित कर अंतिम संस्कार किया था। हमें ऐसे वीर महापुरुष के इतिहास को पढ़ने की जरूरत है।

    अर्चना चिटनिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "अखंड साहस, अटूट स्वाभिमान, औरंगजेब ने अत्याचारों की हर सीमा लांघ दी, असहनीय यातनाएं दीं, परंतु संभाजी महाराज ने न धर्म बदला, न स्वाभिमान छोड़ा, बल्कि अपने अंतिम क्षण तक हिंदवी स्वराज्य की रक्षा के लिए अडिग रहे। ऐसे अमर बलिदानी को कोटि-कोटि नमन।"

    उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य अबू आजमी ने औरंगजेब की तारीफ करते हुए यह मानने से इनकार कर दिया था कि वह एक क्रूर शासक था। उन्होंने उसे हिन्दुओं के मंदिरों का संरक्षण करने वाला बताया। उनके इस बयान पर जमकर सियासत हुई।

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